The incorrigible romantic
bahut badhiya
ऐसे में तो बात आशावादी होनी चाहिए थी।
दिनेश जी, अब्र और शराब का इंतज़ार और मुसीबतों को ठुकराने के हौसले से बढ़ कर आशावादी बात और क्या हो सकती है.
bahut sunder.
आप का ब्लाग अच्छा लगा... बहुत बहुत धन्यवाद...
thnx for reminding me of Faiz saheb!
bahut badhiya
ReplyDeleteऐसे में तो बात आशावादी होनी चाहिए थी।
ReplyDeleteदिनेश जी, अब्र और शराब का इंतज़ार और मुसीबतों को ठुकराने के हौसले से बढ़ कर आशावादी बात और क्या हो सकती है.
ReplyDeletebahut sunder.
ReplyDeleteआप का ब्लाग अच्छा लगा... बहुत बहुत धन्यवाद...
ReplyDeletethnx for reminding me of Faiz saheb!
ReplyDelete