Monday, October 6, 2008

बैठे बैठे बस कुछ यूँ ही - धर्म, बुद्धिजीवी और कमाई

"अधिकाँश प्रतिष्ठित (इसाई) बुद्धिजीवी इसाईयत को नहीं मानते हैं, पर इस तथ्य को सार्वजनिक रूप से उजागर नहीं होने देते, क्योंकि उन्हें डर है कि उनकी आमदनी (कमाई) बंद हो जायेगी ।"

- बर्ट्रँड रस्सेल

"The immense majority of intellectually eminent men disbelieve in Christian religion, but they conceal the fact in public, because they are afraid of losing their incomes."

-
Bertrand Russell

क्या ये तथ्य मुस्लिम, हिंदू या किसी और धार्मिक बुद्धिजीवी पर सटीक नहीं बैठता?

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