धड़ल्ले से बिना सन्दर्भ के बातें कीजिये -
जैसे इन्होने सुझाया है (http://jagritimanch.blogspot.com/) -
( सभी प्रश्नों का संकलन सम्प्रति - http://jagritimanch.blogspot.com/ )
स्वयं का आंकलन कीजिये -
(आंकलन विधि मेरे व्यग्तिगत अनुभवों पर आधारित है )
अगर आप इनमें से धड़ल्ले से बोल सकते हैं -
५ मुद्दों तक - तो आप हैं मुहल्ले के नेता
५ से ८ - पार्टी टिकट के संभावित उम्मीदवार
८ से १२ - राष्ट्रीय नेता की छवि के हक़दार
१२ से १७ - प्रधान मंत्री से लेकर किसी TV channel के प्रवचनकर्ता बनने योग्य।
(अगर इनसे भी अधिक ऐसे ही मुद्दों पर आप धड़ल्ले से बोल सकते हैं तो आपको ये पाठ सीखने की आवश्यकता नहीं है, आप नरेंद्र मोदी, प्रवीण तोगड़िया, विनय कटियार, सय्यद शाहबुद्दीन या बुख्रारी से संपर्क करें )
( बिना सन्दर्भ के कही गयी ये निम्नलिखित बातें ऊटपटांग लगेंगी, तो क्या हुआ, नेता बनना है कि नहीं ? )
"Quote-
क्या आप धर्मनिरपेक्ष हैं ? जरा फ़िर सोचिये और स्वयं के लिये इन प्रश्नों के उत्तर खोजिये.....
१. विश्व में लगभग ५२ मुस्लिम देश हैं, एक मुस्लिम देश का नाम बताईये जो हज के लिये "सब्सिडी" देता हो ?
२. एक मुस्लिम देश बताईये जहाँ हिन्दुओं के लिये विशेष कानून हैं, जैसे कि भारत में मुसलमानों के लिये हैं ?
३. किसी एक देश का नाम बताईये, जहाँ ८५% बहुसंख्यकों को "याचना" करनी पडती है, १५% अल्पसंख्यकों को संतुष्ट करने के लिये ?
४. एक मुस्लिम देश का नाम बताईये, जहाँ का राष्ट्रपति या प्रधानमन्त्री गैर-मुस्लिम हो ?
५. किसी "मुल्ला" या "मौलवी" का नाम बताईये, जिसने आतंकवादियों के खिलाफ़ फ़तवा जारी किया हो ?
६. महाराष्ट्र, बिहार, केरल जैसे हिन्दू बहुल राज्यों में मुस्लिम मुख्यमन्त्री हो चुके हैं, क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मुस्लिम बहुल राज्य "कश्मीर" में कोई हिन्दू मुख्यमन्त्री हो सकता है ?
७. १९४७ में आजादी के दौरान पाकिस्तान में हिन्दू जनसंख्या 24% थी, अब वह घटकर 1% रह गई है, उसी समय तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (अब आज का अहसानफ़रामोश बांग्लादेश) में हिन्दू जनसंख्या 30% थी जो अब 7% से भी कम हो गई है । क्या हुआ गुमशुदा हिन्दुओं का ? क्या वहाँ (और यहाँ भी) हिन्दुओं के कोई मानवाधिकार हैं ?
८. जबकि इस दौरान भारत में मुस्लिम जनसंख्या 10.4% से बढकर 14.2% हो गई है, क्या वाकई हिन्दू कट्टरवादी हैं ?
९. यदि हिन्दू असहिष्णु हैं तो कैसे हमारे यहाँ मुस्लिम सडकों पर नमाज पढते रहते हैं, लाऊडस्पीकर पर दिन भर चिल्लाते रहते हैं कि "अल्लाह के सिवाय और कोई शक्ति नहीं है" ?
१०. सोमनाथ मन्दिर के जीर्णोद्धार के लिये देश के पैसे का दुरुपयोग नहीं होना चाहिये ऐसा गाँधीजी ने कहा था, लेकिन 1948 में ही दिल्ली की मस्जिदों को सरकारी मदद से बनवाने के लिये उन्होंने नेहरू और पटेल पर दबाव बनाया, क्यों ?
११. कश्मीर, नागालैण्ड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय आदि में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं, क्या उन्हें कोई विशेष सुविधा मिलती है ?
१२. हज करने के लिये सबसिडी मिलती है, जबकि मानसरोवर और अमरनाथ जाने पर टैक्स देना पड़ता है, क्यों ?
१३. मदरसे और क्रिश्चियन स्कूल अपने-अपने स्कूलों में बाईबल और कुरान पढा सकते हैं, तो फ़िर सरस्वती शिशु मन्दिरों में और बाकी स्कूलों में गीता और रामायण क्यों नहीं पढाई जा सकती ?
१४. गोधरा के बाद मीडिया में जो हंगामा बरपा, वैसा हंगामा कश्मीर के चार लाख हिन्दुओं की मौत और पलायन पर क्यों नहीं होता ?
१५. क्या आप मानते हैं - संस्कृत सांप्रदायिक और उर्दू धर्मनिरपेक्ष, मन्दिर साम्प्रदायिक और मस्जिद धर्मनिरपेक्ष, तोगडिया राष्ट्रविरोधी और ईमाम देशभक्त, भाजपा सांप्रदायिक और मुस्लिम लीग धर्मनिरपेक्ष, हिन्दुस्तान कहना सांप्रदायिकता और इटली कहना धर्मनिरपेक्ष ?
१६. अब्दुल रहमान अन्तुले को सिद्धिविनायक मन्दिर का ट्रस्टी बनाया गया था, क्या मुलायम सिंह को हजरत बल दरगाह का ट्रस्टी बनाया जा सकता है ?
१७. एक मुस्लिम राष्ट्रपति, एक सिख प्रधानमन्त्री और एक ईसाई रक्षामन्त्री, क्या किसी और देश में यह सम्भव है ?
- unquote"
इस पाठ को याद करके कल आइयेगा। ये 'Objective Type' सवालात नहीं हैं, जो IAS जैसे अफ़सरान को चुनने के लिए ऊल-जलूल इम्तहान में पूछे जाते हैं।
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इतने कटु वचन मत बोलो......... इटली के सीवर पर जिन्दा रहने वाले धर्मनिरपेक्ष बुरा मान जायेंगे.
ReplyDeleteआपके विचार क्रांतिकारी लगते हैं। जरा मेरी ताजा पोस्ट वीसी साहब के इरादे नेक नहीं लगते पर भी नजर डाल देते।
ReplyDeletewww.gustakhimaaph.blogspot.com
हमारा अद्भुद हिन्दुस्तान जिन्दाबाद!
ReplyDeleteपूछने के उद्देश्य से असहमति के बावजूद इन प्रश्नों का उत्तर तो दिया ही जाना चाहिए
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